हमारे देश जैसा संविधान, अनुशासन पूरी दुनिया में कहीं नहीं : सतीश महाना

कानपुर, (हि. स.)। कानपुर नगर निगम एवं जिला प्रशासन के तत्वावधान में बीएनएसडी शिक्षा निकेतन बेनाझाबर में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत संविधान दिवस उत्सव को विजयंत महोत्सव के रूप में आयोजित किया गया।

जिसमें मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने कहा कि हमारा संविधान जिसके आधार पर हम और हमारा देश चल रहा है धर्म पुस्तक से ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकता है। भारत के संविधान के अनुरूप देश चल रहा है। 1950 को पूर्ण प्रजातान्त्रिक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। संविधान चलाने वाले सच्चे राष्ट्र के देश के सेवक होना चाहिए़़ जो देश हित में संविधान का संचालन करें। कानून सबके लिए है संविधान देश के लोगों को एक रूप में देखता है। सबको एक साथ लेकर चलता है। इसलिए प्रधानमंत्री जी ने मूल मंत्र दिया सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास। अभी तक जनता को जनता के लिए कार्य नहीं दिखते थे। मोदी जी के नेतृत्व में जनता की जनता के लिए कार्य हो रहे हैं।

उन्होंने देश की जनता को कार्यों के माध्यम से विश्वास दिलाया कि सबका उत्थान होगा। हम सब समाज व राष्ट्र की सेवा कर अपने दायित्व का निर्वाह करें। हमारे देश जैसा संविधान, अनुशासन पूरी दुनिया में कही नहीं है। हमारा देश सबसे अच्छा है सभी नगरिक महत्वपूर्ण हैं। नगर निगम के सफाई कर्मचारी भी सबसे महत्वपूर्ण हैं जो नगर को स्वच्छ रखते है। प्रत्येक नागरिक का जीने का अधिकार व कर्तव्य निर्वहन का दायित्व है।

अध्यक्षता महापौर प्रमिला पाण्डेय ने की। उन्होंने कहा कि मुझे देश पर गर्व है, देश की महान विभूतियों पर गर्व है। देश की तकदीर लिखने वालों पर भी गर्व है। आज ही के दिन लोकतन्त्र रूपी आत्मा ने भारत रूपी शरीर में प्रवेश किया था।उन्होने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के परिश्रम की सराहना की।

मण्डलायुक्त डा. राजशेखर ने कहा कि 1947 मे 200 सालों की गुलामी का अन्त हो गया। 26 नवम्बर 1949 को 500 हजार साल का मार्ग प्रशस्त हुआ, देश को दिशा मिली। संविधान में दुनिया के अन्य देशों के संविधानों की अच्छी बातों को समाहित कर भारतीय संविधान को सर्वश्रेष्ठ बनाया गया। संविधान का क्रियान्वयन करने वाले अच्छे होने चाहिए तो संविधान अच्छा होगा। हम संविधान के अनुरूप ही विकास कर रहे हैं।

संविधान में अधिकारों के साथ जिम्मेदारियों को भी जोड़ा गया। जिम्मेदारियों को अधिकारों से ज्यादा महत्व देना होगा। नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जी.एन.ने विजयन्त महोत्सव का परिचय कराया। इस अवसर पर विजयन्त महोत्सव के लोगो का अनावरण किया गया। संविधान पुस्तक के साथ अतिथियों का स्वागत किया गया।

मुख्य अतिथि ने संविधान के पालन, राष्ट्र की एकता व अखण्डता की शपथ दिलायी। बीएनएसडी शिक्षा निकेतन के छात्र अविरल शुक्ल ने संविधान दिवस पर विचार व्यक्त किये। छात्र मंत्रिपरिषद की संयोजक हिमांशी पाण्डेय ने आभार प्रदर्शन किया। आंशी ओमर ने संचालन किया।

सामाजिक कार्यकर्त्ती डा.सोनी पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया। जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरूण ने भी विचार व्यक्त किये। बीएनएसडी. शिक्षा निकेतन प्रधानाचार्य बृजमोहन कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। स्काउट्स व गाईडस व एनसीसी कैडेट्स के साथ ध्वाजारोहण किया व राष्ट्रगान में प्रतिभागिता की। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन व गणेश वन्दना से हुआ। इस अवसर पर नगर निगम प्रशासन के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी छात्र-छात्राएं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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