09 करोड़ की लागत से लगी थी लाइटें
झांसी, (हि.स.)। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में ज्वाला बनकर भड़की वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के साक्षी ऐतिहासिक दुर्ग की दीवारों को चमकाने वाली कीमती फसाड लाईट चोरी कर ली गई हैं। इसकी सूचना पुलिस को पहले दी गई। जिसके बाद शुक्रवार को कोतवाली प्रभारी ने निरीक्षण किया। हालांकि उसके बाद वह छुट्टी पर चले गए।
आप सही समझे ऐतिहासिक किले को रोशनी से जगमग करने के लिए लगाई गई लाइट नगर निगम के लिए मुसीबत का कारण बन गई हैं। चोरों ने कोतवाली के पीछे से बिजली का कनेक्शन काटकर 10 फ़साड लाइट चोरी कर ली। इसकी जानकारी होने पर शहर कोतवाल देवेश शुक्ला ने बीते रोज घटनास्थल पर पहुंच कर बारीकी से निरीक्षण किया। उसके बाद वह छुट्टी चले गए। जबकि सीओ सिटी ने शनिवार को बताया कि पुलिस के पास ऐसी कोई शिकायत ही नहीं आई। वही एसपी सिटी देवेश त्रिपाठी ने भी कोई जानकारी होने से इंकार कर दिया।
गौरतलब है कि, 19 नवम्बर को वीरांगना की धरती झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिन के अवसर पर तीन दिवसीय राष्ट्र रक्षा समर्पण पर्व जलसा का आयोजन किया गया था। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाग लिया था। राष्ट्र की धरोहर को संजोए रखने को मंडलायुक्त की विशेष पहल पर किले की दीवारों को चमकदार बनाने के लिए 09 करोड़ की लागत से किले के अंदर व बाहर 1500 लाइट लगाई गई थीं। अभी ये पूरी तरह से लग भी नहीं पाई थी,और प्रधानमंत्री का कार्यक्रम आ गया।
कार्यक्रम के बाद चंद रोज गुजरे थे कि चोरों ने कोतवाली के पीछे वाले किले के हिस्से में लगी 10 लाइट चोरी कर ली। चोरों ने पहले बिजली के कनेक्शन काटे इसके बाद लाइट चोरी कर ले गए। जिसकी कोतवाली पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है। जबकि उच्चाधिकारियों द्वारा सूचना न होने की बात कही गई। यह सब तब हुआ जब किले की तलहटी में कोतवाली थाना व दूसरी तलहटी में नाबाबाद थाने की कील गेट चौकी स्थित है। यही नहीं किले में भी सुरक्षा के लिए 08 गार्ड तैनात हैं।
इस मामले में महापौर रामतीर्थ सिंघल ने दुःख व्यक्त करते हुए बताया कि यह लापरवाही ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत नगर आयुक्त प्रशासन द्वारा कर दी गई है।