-कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करने तक नहीं पहुंचे अखिलेश से आहत
-लोधी ने समाजवादी पार्टी में पिछड़ों और दलितों के साथ अन्याय का लगाया आरोप
लखनऊ, (हि.स.)। भाजपा के विधायकों को तोड़ने वाली समाजवादी पार्टी में भी साइड इफेक्ट दिखना शुरू हो गया है। बरेली रामपुर क्षेत्र से विधानपरिषद सदस्य (एमएलसी) ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। घनश्याम लोधी ने सपा के प्रदेश अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा कि उनकी पार्टी में पिछड़ों और दलितों की नहीं सुनी जा रही है। उनके साथ अन्याय हो रहा है।
सपा एमएलसी ने कहा कि पार्टी के भीतर पिछड़ा और दलित समाज लगातार पीड़ित एवं उपेक्षित महसूस कर रहा है। इससे आहत होकर उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला किया है। घनश्याम लोधी ने हिन्दुस्थान समाचार से बात करते हुए कहा कि सपा में पिछड़ों और दलितों का घोर अपमान हो रहा है। सपा में तुष्टीकरण चरम पर है। उन्होंने कहा कि पिछड़े समाज के नायक कल्याण सिंह बाबू जी के निधन पर सपा सुप्रीमो शोक व्यक्त करने तक नहीं पहुंचे थे। अखिलेश का यह कदम तुष्टीकरण की पराकाष्ठा को दर्शाता है। हमारे जैसे तमाम नेता सपा में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। सपा एमएलसी से अगले कदम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। अपने लोगों से इस मुद्दे पर विमर्श करने के उपरांत ही कोई कदम उठाऊंगा।
इससे पूर्व शुक्रवार की सुबह पूर्व मंत्री कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय ने बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफा दिया है। बताया जा रहा है कि यह दोनों नेता भारतीय जनता पार्टी के साथ जा सकते हैं। दो दिन पूर्व ही दिल्ली में एक सपा और एक कांग्रेस के विधायक ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है।