पोलैंड राष्ट्रपति के विमान को करनी पड़ी इमरजेंसी लैंडिंग

  • पोलिश और अमेरिकी राष्ट्रपतियों की मुलाकात पोलिश शहर रेज़जोन में हुई
  • बाइडेन ने यूक्रेन के शरणार्थियों की मदद करने वाले अमेरिकी सैनिकों से मुलाकात की

वारसा, 26 मार्च (हि.स.)। पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा के विमान की वारसॉ में आपात लैंडिंग की गई। वह इसी विमान से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मिलने जा रहे थे। इसके बाद पोलिश और अमेरिकी राष्ट्रपति यूक्रेन की सीमा के पास पोलिश शहर रेज़जो में मिले हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को पोलैंड राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि अमेरिका रूस-यूक्रेन युद्ध में नाटो देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। पोलैंड के राष्ट्रपति डूडा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही यूक्रेन में युद्ध हो रहा है और लाखों बेघर और असहाय लोग एक भयानक पीड़ा से गुजर रहे हैं, यूक्रेन सीमा से लगे देशों में शरणार्थियों का स्वागत कर रहा है, यह अभूतपूर्व है। उन्होंने स्वीकार किया कि शरणार्थियों की आमद पोलैंड, रोमानिया और एस्टोनिया सहित पड़ोसी देशों पर दबाव बढ़ा रही है।

स्वदेश रवाना होने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति का शनिवार को एक बार फिर पोलैंड राष्ट्रपति से मिलने का कार्यक्रम था। इसलिए पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा विमान से जो बाइडेन से मिलने आ रहे थे। इस बीच, उनके विमान को वारसॉ में ही आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी, जिसके कारण का अभी पता नहीं चला है। डूडा के कार्यालय प्रमुख पावेल ने पुष्टि की है कि पोलैंड राष्ट्रपति को कोई खतरा नहीं है। इसके बाद जो बाइडेन यूक्रेन की सीमा के पास पोलैंड के शहर रेजो पहुंचे जहां दोनों राष्ट्रपति मिले। यहां बाइडेन को यूक्रेन से बाहर आने वाले शरणार्थियों और ह्यूमन कॉरिडोर के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने यहां यूक्रेन के शरणार्थियों की मदद करने वाले अमेरिकी सैनिकों और सहायता कर्मियों से भी मुलाकात की।

इस बीच यूक्रेन की सेना की गोलीबारी में एक रूसी कर्नल की मौत हो गई। रूस का दावा है कि यूक्रेन के साथ युद्ध में अब तक 1,351 रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं। दूसरी ओर, यूक्रेन का दावा है कि थिएटर हमलों में 300 लोग मारे गए हैं और कई शहर भुखमरी के कगार पर हैं। यूक्रेन ने एनएफटी युद्ध संग्रहालय शुरू किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने एक बार फिर रूस के साथ शांति वार्ता करने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि युद्ध शांत होने के बाद, देश बड़े पैमाने पर पुनर्निर्माण शुरू कर देगा, क्योंकि अब लोगों को एक अस्थायी घर की जरूरत है।

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