बालपुर (गोंडा)। ग्रामपंचायत बटौरा लोहांगी के कठेला तालाब में रविवार को अचानक भीषण आग लगने से सैकड़ों बीघा गेहूँ की फसल जलकर राख हो गई। इससे क्षेत्र के दर्जनों किसानों का लाखों रुपये के अनाज का नुकसान हो गया। इससे ग्रमीणों में हड़कंप मच गया और देखते ही देखते सैकडों किसान वहां इकट्ठा हो हलधरमऊ विकास क्षेत्र की ग्रामपंचायत बटौरा लोहांगी के कठेला तालाब में रविवार दोपहर में अचानक भीषण आग लगने से सैकड़ों बीघा गेंहूं की फसल जलकर स्वाहा हो गई। इसमें दर्जनों किसानों का लाखों रुपये के अनाज का नुकसान हो गया। करीब 6 महीने की उनकी खून पसीने की गाढ़ी कमाई पर इस अग्निकांड ने पानी फेर दिया।क्षेत्र के दर्जनों किसानों को दाने दाने का मोहताज बनाते हुए भुखमरी की कगार पर पहुँचा दिया। 24 घंटे बीतने के बावजूद राजस्व या प्रशासन का अधिकारी कर्मचारी किसानों के आंशू पोछने नहीं पहुँचा। अचानक हुए इस अग्निकांड से क्षेत्र के किसान बहुत ज्यादा हैरान व परेशान दिखाई पड़े।
अग्निशमन विभाग दमकल काफी देर से पहुँचने के कारण किसानों की कोई मदद नहीं कर सैकडों किसानों के सामने उनकी गाढ़ी कमाई धू धू करके जल गई और वे असहाय होकर देखते रह गये कुछ नहीं कर पाये। ग्राम बांसगांव के अरुण कुमार, संतोष कुमार, विजय गोपाल, राघवेंद्र प्रताप, हरीश, शरद, जगदम्बा,ग्राम बटौरा बख्तावर सिंह के गांव गंगापुरवा के पवन कुमार, सूर्य नारायन, इन्द्र सेन, भोला, जगत पाल, शिव नरेश,पवन त्रिपाठी,ग्राम नूरपुर के चन्द्र भानु शुक्ला व राम लौटन शुक्ला समेत दर्जनों किसानों के खेत की गेंहूं की फसल इस अग्निकांड में तबाह हो गई। ग्रमीणों के मुताबिक कठेला तालाब हजारों बीघा का क्षेत्र है जो चंदहा नाले से घिरा हुआ है। यह इस क्षेत्र का सबसे बड़ा तालाब है। इसका अधिकांश भाग ग्रामपंचायत बटौरा लोहांगी में पड़ता है। इसके बटौरा बख्तावर सिंह, बांसगांव, पतिसा,कपूरपुर समेत 5 ग्रामपंचायतों के दर्जनों गांवों के सैकड़ों किसानों का हजारों बीघा खेत इस तालाब में है। बरसात में यहां के किसानों की फसलें बाढ़ के पानी मे डूब जाती रही है।