जम्मू, (हि.स.)। प्रधानमंत्री के कल के जम्मू दौरे से पहले कई विपक्षी दलों विशेषकर कांग्रेस, नेकां, सीपीआईएम, भाकपा, आईडीपी, डीएसएस और अन्य सामाजिक संगठनों ने शनिवार को संयुक्त रूप से राज्य का दर्जा तुरंत बहाल करने और परिसीमन रिपोर्ट के मसौदे की समीक्षा के बाद शीघ्र विधानसभा चुनाव के जरिए लोकतंत्र की बहाली का आह्वान किया।
आज यहां प्रेस क्लब में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, सीपीआईएम, सीपीआई, आईडीपी के वरिष्ठ नेताओं के अलावा डोगरा सदर सभा, जम्मू-कश्मीर लबाना सभा, जम्मू-कश्मीर शरणार्थी मंच और अन्य सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने राज्य की बहाली की जोरदार तरीके से मांग की और प्रधानमंत्री से कहा कि वह कल इस संबंध में जम्मू में घोषणा करें। उन्होंने मांग की कि परिसीमन के बाद जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव कराए जाएं, लेकिन ड्राफ्ट रिपोर्ट की समीक्षा के बाद ही ऐसा करें जो अनुचित और अन्यायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इसका वर्तमान स्वरूप उनको अस्वीकार्य है।
ऑल पार्टीज यूनाइटेड मोर्चा के संरक्षक पूर्व सांसद और अनुभवी राजनेता शेख अब्दुल रहमान के साथ ही मोर्चा के संयुक्त मंच से मीडियाकर्मियों को संबोधित करने वालों में नेकां से शेख बशीर अहमद और राम पॉल (पूर्व विधायक), कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक वेद महाजन, हरि सिंह-क्षेत्रीय सचिव सीपीआईएम, आईडीपी से आई.डी. खजूरिया और नरिंदर खजूरिया, प्रो. विद्या सागर शर्मा (डीएसएस) और भाकपा के प्रतिनिधि कॉमरेड सुखदेव सिंह, सरदार निर्मल सिंह (लबाना बिरादरी) और जेकेपीसीसी के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा शामिल थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के लोगों के सामने आने वाले कुछ बुनियादी मुद्दों पर एकजुट आवाज उठाने के लिए विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठन एक साथ आए हैं और इन लक्ष्यों को सुरक्षित करने के लिए मिलकर काम करेगें।