विदेशों की तरह 20 वर्ष पूर्व लागू होनी चाहिए यह योजना
गोण्डा। अग्निपथ योजना भारत को आर्थिक, सामाजिक और वैश्विक स्तर पर मजबूत करने के लिए एक दूरगामी योजना है। विदेशों की तरह देश में भी इस योजना को 20 साल पहले लागू कर दिया जाना चाहिए। यह बात सेना के पूर्व नायक विजय सिंह कारगिल ने मीडिया को दिए बयान में कही।
उन्होंने कहा कि मैं मोदी जी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि जो योजना 20 साल पहले लागू होनी चाहिए थी, वह मोदी के आने के बाद लागू हुई। कहा कि बहुत कम लोग होते हैं जो युवाओं को समझा पाते हैं। जबकि भड़काने वाले ज्यादा हैं। ऐसे में युवाओं को समझाने की जरूरत है। जिस दिन वह इस योजना को अच्छी तरह समझ जाएगा। उस दिन से सभी विरोध प्रदर्शन बंद हो जाएंगे। जहां 4 साल में सेना युवाओं को वह चीज बना देगी। कि वहां से आने के बाद इनकी कीमत काफी बढ़ जाएगी। सोने की तरह गर्म करने पर इसका मूल्य बढ़ जाता है। उसी तरह, सभी बड़ी कंपनियां अपना सम्मान बढ़ाने के बाद ऐसे मेहनती युवाओं को पाने के लिए उत्सुक होंगी। विपक्ष पर आरोप लगाते हुए जहां पूरा विपक्ष युवाओं को भड़का रहा है. इसमें कुछ भी नहीं है, छोटी कमेटियां बनाकर सैनिकों को शहर के स्कूलों, कोचिंग सेंटरों में भेजा जाए।
यह आंदोलन एक हफ्ते में पूरी तरह खत्म हो जाएगा। जिस दिन युवा इस योजना को पूरी तरह समझ लेंगे उस दिन कोई आंदोलन नहीं चलेगा। यह योजना युवाओं को स्वरोजगार के साथ-साथ आर्थिक रूप से सक्षम बनाने तथा भविष्य में अन्य क्षेत्रों में पुनः रोजगार के सुनहरे अवसर प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगी। जिन राजनीतिक दलों को 10 साल से कुर्सी नहीं मिल रही है। यह भ्रम उन्हें परेशान कर रहा है कि किसान आंदोलन के बाद जिस तरह से मोदी जी ने कानून वापस ले लिया। इसी तरह युवाओं द्वारा आंदोलन करने पर यह योजना वापस ले ली जाएगी। विपक्ष यह काम गलत दिशा में कर रहा है। यह आंदोलन बहुत जल्द खत्म हो जाएगा। हम लगातार युवाओं को योजना की सही जानकारी देकर उन्हें समझा रहे हैं. जहां युवा भ्रांतियों पर विश्वास नहीं करते और इसके दूरगामी परिणाम देखते हैं। योजना के लागू होने के बाद रोजगार के क्षेत्र में इस देश की तस्वीर बदल जाएगी। पूर्व सूबेदार बीएन चौबे ने कहा कि भ्रम फैलाकर युवाओं को भड़काया जा रहा है. यह काम 20 साल पहले हो जाना चाहिए था। कहा कि अन्य देशों में यह योजना पहले से ही लागू है। अगर देश में हर जगह सिपाही होंगे तो भ्रष्टाचार भी उसी तरह खत्म होगा। कहा कि 17 से 21 साल के युवाओं के पास कुछ करने और सीखने का समय है। ऐसे में अगर वह सेना में जाकर ट्रेनिंग लेता है तो वह एक अच्छा नागरिक बन जाएगा। हर संस्थान में उनका सम्मान होगा। जिससे भारत देश बहुत अच्छे तरीके से उभरेगा, हम युवाओं से अपील करते हैं कि वे इसमें उत्साह से भाग लें। जिससे देश का विकास हो सके।