नवाबगंज (गोंडा) । नबाबगंज क्षेत्र के सरायहर्रा गांव में गोंडा और बस्ती जिले की सीमा पर स्थित सरैया सम्मय माता का मंदिर है । जो कि चर्चा का विषय बना हुआ है । यह मंदिर सम्मय माता को समर्पित है। सम्मय माता को दुर्गा जी का अंश माना जाता है। मंदिर में दूर दराज व उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों से भारी संख्या में लोग आते है। श्रद्दालु मन में दुख-तकलीफों से निजात पाने, स्वास्थ्य, शांति, पुत्र लाभ, ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि की कामना लेकर आते हैं।
सरायहर्रा गांव में सम्मय माता मंदिर में जाकर लोग साफ और सच्चे मन से जो भी भक्त सम्मय माता के समक्ष अपनी इच्छा रखता है उस भक्त की वह मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में आने वाले भक्तों सभी मुरांदे पूरी होती है। वैसे तो दूरदराज से हजारों की संख्या में प्रतिदिन भक्त माता के दर्शनों के लिए आते हैं । लेकिन मंगलवार को यहां भक्तों का मेला लगा रहता है। मंदिर के मुख्य पुजारी महेश दास ने बताया कि जिन भक्तों की मनोकामना सम्मय माता पूरी कर देती हैं वो भक्त मंगलवार के दिन मंदिर में जरूर आते हैं और विधिवत पूजा-अर्चना करते हुए यथाशक्ति लंगर का आयोजन भी करते हैं। मंदिर की तरफ से भी भंडारा चलता रहता है। सम्मय माता मंदिर की देखभाल सहायक पुजारी राजू दास, लौटू दास, राम लौट दास महेश गुप्ता, राजकुमार सिंह मंदिर की देखभाल करते हैं।