पुलिस छानबीन में सामने आई सच्चाई, हत्यारी बहन प्रेमी संग गिरफ्तार

आशनाई में बहन ने प्रेमी संग मिलकर की थी भाई की हत्या
गोंडा। धानेपुर थाना क्षेत्र के सीरबनकट गांव के मजरे जनाबनकट के रहने वाले चौथी कक्षा के छात्र दीपक की हत्या को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आशनाई में बाधक बने दीपक की बहन ने ही अपने प्रेमी संग मिलकर उसकी हत्या की थी। वारदात को छिपाने के लिए बहन ने अपने प्रेमी व उसके पिता की मदद से मासूम का शव बिसुही नदी में बहा दिया था। पुलिस ने गुरुवार को इस ब्लाइंड मर्डर केस से पर्दा हटा दिया। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्यारी बहन और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
धानेपुर थाना क्षेत्र के सीरबनकट गांव के मजरा जनाबनकट के रहने वाले राजकुमार सिंह के 12 वर्षीय बेटा दीपक सिंह रविवार को अचानक घर से गायब हो गया था। दो दिन बाद मंगलवार को दीपक का शव बिसुही नदी में उतराता मिला था। शव पर कई जगह चोट के निशान थे। इसके अलावा उसकी पहचान छिपाने के लिए उसके चेहरे को तेजाब से जलाया गया था। शव देखने के बाद हर कोई मासूम की हत्या किए जाने की आशंका जता रहा था। पुलिस ने शव का पंचनामा कराने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। बुधवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मासूम दीपक की गला घोंटकर हत्या किए जाने की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। छानबीन में पता चला कि मृतक की बहन का गांव के प्रधान मेवाराम वर्मा के बेटे अमन से प्रेम प्रसंग चल रहा था। अमन अक्सर उसके घर आया करता था। यह बात मासूम दीपक को पसंद नहीं थी। रविवार को जब वह घर पहुंचा तो उसने अपनी बहन व अमन को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। यह देखकर वह शोर मचाने लगा। खुद को फंसता देख दोनों ने दीपक को दबोच लिया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद दोनों ने मिलकर दीपक के शव को कमरे में रखे तख्त के नीचे छिपा दिया और उसे बोरे से ढक दिया। शाम को जब राजकुमार ने गींव के लोगों के साथ मिलकर बेटे की तलाश शुरू की तो आरोपी अमन व उसका पिता मेवाराम भी उनके साथ बराबर लगा रहा। देर रात जब सब लोग थक कर सो गए तो मृतक की बहन ने अपने प्रेमी अमन व उसके पिता मेवाराम की मदद से शव को ले जाकर बिसुही नदी में फेंक दिया। प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि शव मिलने के बाद जब पुलिस मृतक के घर पहुंची तो वहीं मृतक की बहन के हावभाव देेखकर पुलिस को शक हो गया था। इसके अलावा गांव के एक व्यक्ति से भी महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा। इन सभी की कड़ी को जोड़कर पुलिस हत्यारों तक पहुंची। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि
अमन व उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि प्रधान मेवाराम वर्मा की तलाश की जा रही है।

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काल डिटेल से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
गोंडा। इस ब्लाइंड मर्डर केस में पुलिस के पास हत्यारों तक पहुंचने के लिए कोई क्लू नहीं था। परिवार की किसी से दुश्मनी होने की जानकारी भी नहीं मिली थी। ऐसे में हत्या के मोटिव को लेकर भी पुलिस उलझी हुई थी। यह वारदात पुलिस के लिए चुनौती थी लेकिन प्रभारी निरीक्षक संजय गुप्ता व एसओजी टीम ने बेहद बरीकी से इस वारदात की जांच की। इस छानबीन व गांव के लोगों से पूछताछ के दौरान मृतक की बहन व गांव के ही एक युवक के बीच प्रेम संबंध की जानकारी पुलिस को मिली। इस जानकारी के सामने आते ही पुलिस ने तत्काल सर्विलांस का सहारा लिया और दोनों की मोबाइल काल डिटेल निकलवाई गई। काल डिटेल के सामने आते ही केस खुल गया। पुलिस ने बिना देर किए मृतक की बहन व उसके प्रेमी को हिरासत में ले लिया। पहले तो दोनों पुलिस को इधर उधर की बात बताकर टरकाते रहे लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
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अपने कमरे में 12 घंटे तक छिपाए रही भाई की लाश
गोंडा। पुलिस पूछताछ में मृतक की बहन ने
बताया कि दीपक की हत्या रविवार को दिन में ही कर दी गई थी। हत्या के बाद बहन ने अपने ही कमरे में भाई के शव को छिपा दिया था। जिस वक्त इस वारदात को अंजाम दिया गया उस समय उसके पिता राजकुमार सिंह घर पर नहीं थे। शाम को जब वह घर लौटे और दीपक के बारे में पूछा तो बताया कि वह खेत की तरफ गया है। इसके बाद परिजनों ने दीपक की तलाश शुरू की। परिजन व गांव के लोग रविवार की शाम से ही मासूम की तलाश करते रहे और हत्यारिन बहन मासूम दीपक का शव करीब 12 घंटे तक अपने कमरे में छिपाए रही। रात में जब सभी सो गए तो हत्यारी बहन ने सोमवार की भोर करीब चार बजे अपने प्रेमी को फोन किया। इसके बाद प्रेमी अमन वर्मा अपने पिता मेवाराम के साथ चारपाई लेकर आया। सभी ने कमरे की खिड़की से दीपक के शव को बाहर निकाला और इसे चारपाई पर रखकर नदी की तरफ चल दिए। चारपाई को एक तरफ मेवाराम ने पकड़ रखा था और दूसरी तरफ अमन व उसकी प्रेमिका ने। तीनों दीपक का शव लेकर नदी के किनारे पहुंचे और उसे नदी में फेंककर वापस लौट आए। इन तीनों को चारपाई पर शव ले जाते समय गांव के ही एक व्यक्ति ने देख लिया था। इसी जानकारी ने पुलिस के काम को आसान कर दिया और महज दो दिन में इस चुनौतीपूर्ण वारदात का खुलासा हो गया।
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भाई बहन के पवित्र रिश्ते पर लगा दिया कलंक
गोंडा। एक सप्ताह पहले रक्षाबंधन के त्योहार पर जिस बहन ने अपने इकलौते लाडले भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उसके दीर्घायु होने की कामना की थी वही बहन हत्यारिन बन गई। आशनाई में बाधक बने भाई को बहन ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और भाई बहन के पवित्र रिश्ते को कलंकित कर दिया। गुरुवार को पुलिस ने मासूम दीपक की हत्या का खुलासा करते हुए बहन व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।

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