अनुमति पर निर्भर है कुशीनगर का थाई फेस्टविल, तैयारियां जारी

-कुशीनगर एयरपोर्ट पर उतरेगा थाई एयरवेज का विमान

कुशीनगर, 14 जनवरी(हि. स.)। 23-24 जनवरी को कुशीनगर में प्रस्तावित थाई फेस्टिवल भारत सरकार की अनुमति पर निर्भर है। वैसे थाईलैंड में इसकी तैयारियां जोर शोर से चल रही है। वहां की सरकार को विश्वास है कि भारत सरकार थाई कलाकारों व अधिकारियों को ले जाने के लिए विशेष विमान को कुशीनगर एयरपोर्ट पर लैंड करने की अनुमति दे देगी।

अनुमति मिल गई तो थाईलैंड के राजपरिवार की देख रेख में कुशीनगर में स्थित थाई वाट के तत्वाधान में होने वाला थाई फेस्टविल (माघी पूर्णिमा उत्सव व धातु यात्रा ) देखने को मिलेगा। कोविड-19 के प्रकोप के चलते यह आयोजन दो वर्ष से नहीं हो रहा था। कोविड का प्रकोप हल्का होते ही राजपरिवार ने आयोजन की अनुमति दी है। थाईलैंड में कलाकारों का दल इस समय कार्यक्रम का पूर्वाभ्यास भी कर रहा है।

समारोह में शामिल होने के लिए 60 सदस्यीय थाई बौद्ध भिक्षु आएंगे। इन बौद्ध भिक्षुओं को लाने के लिए थाईलैंड की सरकार ने भारत सरकार से कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान लैंडिंग की अनुमति मांगी है। आयोजन में थाईलैंड के अतिरिक्त कुशीनगर स्थित अमेरिका, म्यांमार, श्रीलंका, कोरिया, कंबोडिया, भूटान आदि देशों के श्रद्धालु शामिल होते हैं। गत माह थाईलैंड से आए तीन सदस्यीय थाई बौद्ध भिक्षुओं के दल ने स्थिति अनुकूल देखकर समारोह आयोजित करने का प्रस्ताव थाई राजपरिवार को दिया था। समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले थाई कलाकार भी आएंगे।

थाई सरकार ने भारत सरकार के उड्डयन मंत्रालय से बैंकाक से सीधे कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान लैंड करने की अनुमति मांगी है। माघी पूजा के पहले दिन बुद्ध धातु शोभा यात्रा थाई मोनास्ट्री से महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर तक जाएगी। दूसरे दिन यह यात्रा थाई मोनास्ट्री से रामाभार स्तूप जायेगी। शोभा यात्रा में थाई चैत्य में रखे भगवान बुद्ध के मूल धातु अवशेष को शामिल किया जाता है। थाई मोनास्ट्री के अंदर विशेष अनुष्ठान भी किया जायेगा।

”आयोजन में शामिल होने थाईलैंड से 60 भिक्षुओं व थाई कलाकारों का दल बैंकाक से विमान से सीधे कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट आएगा। बैंकाक सरकार ने भारत सरकार के उड्डयन मंत्रालय से कुशीनगर एयरपोर्ट पर लैंडिंग की अनुमति मांगी है। थाई लैंड में कलाकारों का दल कार्यक्रम का पूर्वाभ्यास कर रहा है।

अम्बिकेश त्रिपाठी, जनसम्पर्क अधिकारी, थाई बुद्धिस्ट मोनास्ट्री कुशीनगर”

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