बोले उपेंद्र कुशवाहा- मुख्यमंत्री जिस कार्य का शिलान्यास करते हैं, उसका उद्घाटन भी करते हैं
शिक्षा विभाग द्वारा सांसद व डीएम के सेंट्रल स्कूल के कोटे को समाप्त किए जाने के प्रस्ताव का किया स्वागत
गया, (हि.स.)जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा एक निजी कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को गया पहुंचे। इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई करते हुए उनके साथ कई बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की।
इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोधगया में बने सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन करेंगे। यह बड़े ही गौरव की बात है। मुख्यमंत्री जिस कार्य का शिलान्यास करते हैं, वह कार्य समय पर पूरा होता है और उसका उद्घाटन भी करते हैं। उन्होंने कहा कि बोधगया में बना सांस्कृतिक केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इससे सिर्फ गया और बोधगया के लोगों को ही नहीं, बल्कि देश-विदेश से आने वाले लोगों को भी फायदा मिलेगा। इसका छोटा स्वरूप नालंदा जिले के राजगीर में बनाया गया है। जहां कई तरह की बैठकें होती हैं लेकिन बोधगया में भव्य सांस्कृतिक केंद्र बनाया गया है। जहां हॉल के अलावा कई अत्याधुनिक कमरे हैं, जो हाईटेक सुविधाओं से लैस है। बिहार राज्य के लिए बड़े ही गौरव की बात है।
उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा सेंट्रल स्कूल में सांसद और डीएम के कोटे को समाप्त किए जाने के प्रस्ताव का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए सुशील मोदी सहित अन्य कई सांसदों ने भी पूर्व में प्रस्ताव लाया था। अगर शिक्षा विभाग यह प्रस्ताव पारित करता है तो सांसद के ऊपर नामांकन कराने को लेकर जो दबाव होता था, वह खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि नामांकन कराने को लेकर कई लोग सांसद के पास पहुंचते हैं, ऐसे में उनके समक्ष दुविधा हो जाती है। क्योंकि कोटा सीमित होता है और नामांकन कराने वालों की संख्या काफी ज्यादा होती है।
वही हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा भगवान श्रीराम पर दिए गए बयान पर वे किसी भी तरह की टिप्पणी करने से टाल गए। उन्होंने हंसते हुए कहा कि अगर मांझी जी कुछ बोले हैं तो, भला हमें भी बोलना जरूरी है क्या ? वे पूर्व मुख्यमंत्री हैं और सीनियर व्यक्ति हैं, ऐसे में हम कुछ ज्यादा नहीं बोल सकते। उन्होंने कहा कि गया में एक निजी कार्यक्रम के दौरान यहां आना हुआ था। इस दौरान कार्यकर्ताओं से भी मिलने का मौका मिला है।