खूंटी,(हि.स.)। कर्म को ही पूजा मानने वाले बिरले ही होते हैं, जिन्हें जनकल्याण के लिए न तो खुद की तबीयत की चिंता रहती है और न ही चिलचिलाती धूप की। ऐसी ही कर्मठता और धुन के पक्के हैं लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष पद्मभूषण कड़िया मुंडा। अभी तीन दिन पहले ही 88 वर्षीय कड़िया मुंडा स्वस्थ होकर घर लौटे हैं और बुधवार को वे चिलचिलाती धूप में निकल पड़े एसजीवीएस द्वारा संचालित एनडी ग्रोवर डीएवी विद्यालयों का निरीक्षण करने।
उन्होंने तोरपा, सुंदारी और कुंजला में संचालित विद्यालयों को निरीक्षण किया और प्राचार्यों, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से बातचीत की। कड़िया मुंडा ने कहा कि हम इन डीएवी स्कूल के शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने, आधारभूत संरचनाओं को सीबीएससी के मानकों तक ले जाने के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि तोरपा में जमीन उपलब्ध होने पर राष्ट्रीय स्तर की शैक्षणिक संस्थान खोला जायेगा।
उल्लेखनीय है कि आर्य ज्ञान प्रचार समिति डीएवी स्कूल्स के निदेशक एलआर सैनी द्वारा शुरू किये गये कई कार्यक्रमों, स्कूल, अस्पताल आदि को पद्मभूषण कड़िया मुंडा के नेतृत्व में सफलता पूर्वक संचालित किया जा रहा है। विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान आर्य समाज के प्रधान राजेन्द्र आर्य, पेस्टेलॉजी एजुकेशन सोसायटी की गायत्री सिंह ने प्रिंसिपल ज्ञानहंस, अनिल, प्रिंसिपल एसके मिश्र और तीनों स्कूलों के 45 शिक्षकों के साथ बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना। मौके पर कड़िया मुंडा ने बच्चों और और शिक्षकों के साथ अपने कई अनुभवों को साझा किया।