घटना वाले दिन थाने पर मौजूद पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसपी ने की कार्रवाई

संविदा लाइनमैन की हत्या में नामजद सिपाहियों समेत आठ पुलिसकर्मी सस्पेंड
विवेचक को निलंबित पुलिसकर्मियों को भूमिका के जांच के निर्देश
गोंडा। नवाबगंज थाने में पुलिस कस्टडी के दौरान हुई संविदा लाइनमैन की मौत के मामले में रविवार को एसपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में हत्या में नामजद सिपाहियों समेत सर्विलांस सेल का एक दरोगा व एसओजी के चार सिपाही शामिल हैं। निलंबित किए गए सभी सिपाही घटना वाले दिन पुलिस थाने में मौजूद थे। इन सभी की भूमिका की जांच के लिए विवेचक को निर्देशित किया गया है। परिजनों ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक ने मिलकर कार्रवाई की मांग की थी।
14 सितंबर को नवाबगंज थाने में पुलिस कस्टडी के दौरान माझा राठ गांव के रहने वाले संविदा बिजलीकर्मी की मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर उसे मार डालने का आरोप लगाया था। परिजनों का आरोप था कि क्षेत्र में हुई एक हत्या के सिलसिले में युवक को पूछताछ के नाम पर प्रताडित किया जा रहा था। पुलिसकर्मी उसे जबरदस्ती टारगेट कर रहे थे। 14 सितंबर को भी इसे पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। परिजन उसे लेकर थाने आए थे जहां पुलिसकर्मियों ने उसे थर्ड डिग्री टार्चर देते हुए मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में मृतक के पिता रामबचन की तहरीर पर नवाबगंज थाने के कोतवाल तेज प्रताप सिंह व तीन पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस टीम आरोपी कोतवाल व सिपाहियों की तलाश कर रही है लेकिन सभी फरार हैं। इन पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग व कार्रवाई को लेकर शनिवार को परिजनों ने एसपी से मुलाकात की थी। एसपी ने परिजनों को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भरोसा दिलाया था। रविवार को पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने हत्या में नामजद किए गए सिपाही मनोज,धर्मेंद्र कुमार व मिथिलेश सिंह समेत आठ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। निलंबित पुलिसकर्मियों में सर्विलांस सेल के दरोगा आलोक, एसओजी टीम के हेड कांस्टेबल राकेश सिंह व अरुण यादव तथा आरक्षी आदित्य पाल व अमित पाठक शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि निलंबित किए गए सभी पुलिसकर्मी घटना के दौरान सभी नवाबगंज थाने में मौजूद थे। इन सभी की भूमिका की जांच के लिए विवेचक को निर्देशित किया गया है।
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कोतवाल व एसओजी प्रभारी पहले ही हो चुके हैं सस्पेंड
गोंडा। संविदा लाइनमैन की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के मामले में नवाबगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक रहे तेज प्रताप सिंह व स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप(एसओजी) के प्रभारी अमित यादव पहले ही सस्पेंड किए जा चुके हैं। प्रभारी निरीक्षक पर हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह फरार चल रहे हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इस घटना में अब तक कुल दस पुलिसकर्मियों का निलंबन हो चुका है।

हाथ पैर बांध उल्टा लटकाकर पुलिसकर्मियों ने की थी पिटाई
घटना वाले दिन पूछताछ के लिए बुलाए गए एक अन्य युवक ने बताई पुलिस के बर्बरता की कहानी
नवाबगंज(गोंडा)। नवाबगंज थाने में पुलिस कस्टडी के दौरान हुई संविदा बिजलीकर्मी की मौत को लेकर उस समय थाने में मौजूद रहे युवक की कहना है कि पूछताछ के नाम पर पुलिस बर्बरता कर रही थी। पूछताछ के दौरान उसका हाथ पैर बांधकर उसे उल्टा लटका दिया था। मुंह पर मोटा कपड़ा बांध दिया गया था और उसे ठंढे पानी से भिगाया जा रहा था। जब कपड़ा भीग गया तो उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। छटपटाहट में एक बार तो उसका हाथ खुल गया लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे फिर से बांध दिया। इसके बाद उसकी जमकर पिटाई की गई। युवक ने रविवार को माझा राठ गांव में भीम आर्मी व सपा के पूर्व विधायक के सामने पुलिस बर्बरता की कहानी बताई तो हर कोई सिहर उठा। युवक ने बताया कि पिटाई से बाद उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और फिर संविदा बिजलीकर्मी देवा को भीतर ले जाया गया। उसके साथ भी वही किया गया होगा जो मेरे साथ किया गया। यह बताते हुए पीड़ित युवक की आंख से आंसू निकल आए। आपको बता दें कि इसी पूछताछ के दौरान पुलिस कस्टडी में लाइनमैन देवनरायन उर्फ देवा की मौत हो गई थी।
नवाबगंज के जैतपुर माझा गांव में झोलाछाप चिकित्सक राजेश चौहान की हत्या के मामले में नवाबगंज पुसिस व एसओजी टीम ने 14 सितंबर को माझा राठ गांव के रहने वाले संविदा बिजलीकर्मी देवनरायन उर्फ देवा को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था। परिजन खुद देवा को लेकर थाने गए थे। जिस वक्त देवा को थाने बुलाया गया था उस समय जैतापुर माझा गांव के सुड्डू समेत तीन अन्य युवकों को भी पूछताछ के लिए थाने लाया गया था। इसी पूछताछ में देवा की मौत हो गई थी। इसके बाद थाने में हड़कंप मच गया था। पूछताछ के लिए थाने लाए गए सुड्डू समेत तीन अन्य युवकों को छोड़ दिया गया था। सुड्डू भी पुलिस पिटाई से घायल हुआ था और अयोध्या के श्रीराम अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। ठीक होने पर रविवार को सुड्डू माझा राठ गांव पहुंचा और मृतक देवा को परिवार से मिलकर उन्हे पुलिस बर्बरता की कहानी सुनाई। सुड्डू ने बताया कि पूछताछ के नाम पर पुलिसकर्मी थर्ड डिग्री दे रहे थे। पूछताछ के लिए उसका हाथ पैर बांधकर उसे उल्टा लटका दिया गया था। मुंह पर मोटा कपड़ा बांध दिया गया था और उसे ठंढे पानी से भिगाया जा रहा था। जब कपड़ा भीग गया तो उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। छटपटाहट में एक बार तो उसका हाथ खुल गया लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे फिर से बांध दिया। इसके बाद उसकी जमकर पिटाई की गई। सुड्डू ने अपने हाथ पैर मे पिटाई से आई सूजन दिखाते हुए कहा कि यह सब अब भी सुन्न है। पुलिस ज्यादती की कहानी को सुनकर सपा के पूर्व विधायक आनंद सेन यादव, भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष पप्पू खान व गांव के लोग सिहर गए। सभी ने एक स्वर में कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों को सजा मिलनी चाहिए।
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नेताओं की आवाजाही से टूट रही माझा राठ की खामोशी
नवाबगंज गोंडा। पुलिस कस्टडी में हुई युवक की मौत के बाद रविवार को भी माझा राठ गांव में सन्नाटा पसरा रहा। राजनैतिक दलों के लोगों के आने जाने से ही यह खामोशी टूट रही है।राजनीतिक दलों के नेताओं, सामाजिक संगठनों व यूनियन के नेताओ का आना जाना लगा हुआ है। मृतक के परिजनों को सांत्वना दी जा रही है। घटना के पांचवें दिन रविवार को सपा के पूर्व विधायक आनंदसेन यादव, भीम आर्मी जिलाध्यक्ष व आम पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मृतक परिजनों को घर पहुँच परिजनों को ढाढ़स बंधाया। आम जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत बालक दास ने आरोपियों पर कारवाई ना होने पर धरना प्रदर्शन का आश्वासन दिया। भीम आर्मी पार्टी जिलाध्यक्ष पप्पू खान ने मौके पर एसपी से बात कर दो दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। गिरफ्तारी न होने पर धरना प्रदर्शन करने व राष्ट्रीय अध्यक्ष को बुलाने की चेतावनी दी। बलरामपुर जिलाध्यक्ष लंकेश ने प्रदेश अध्यक्ष डा कुलदीप भार्गव से पीड़ित पिता की बात कराई। सपा के पूर्व विधायक आनंदसेन यादव ने भी मृतक के परिजनों से मिलकर उन्हे सांत्वना दी। पूर्व विधायक ने कहा कि पूरे घटनाक्रम पर जिलाध्यक्ष की देखरेख मे निगाह रखी जा रही है। 24 सितम्बर तक पुलिस ने ठोस कारवाई नहीं की तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा। इस मौके पर सपा नेता मनोज चौबे, पूर्व प्रधान साकीपुर छोटे लाल यादव, प्रधान दुर्गा गंज राधेश्याम यादव, गंगाराम, हरिनाम सिंह, फिरोज खान गब्बर सहित तमाम लोग मौजूद रहे l

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